खूबसूरती क्या है?
क्या है ....
दिल और दिमाग,
जब एक होकर
किसी मधुर सच्चाई से मिलते हैं

निश्चिन्त होकर,
बिना किसी रूकावट
उस पल की... खूबसूरती का एहसास क्या है ?
खूबसूरती!
इसके मायने जिंदगी को लाज़मी हैं
इस खूबसूरत एहसास की तरफ जीवंत हैं ?
या फिर
अपने विचारों की सुरंग में ही,
अपने जीवन का अंत है!

हरियाली का सैलाब,
इस खूबसूरती के बीच रहकर,
हम अगर धुप छांव नहीं खेल रहे
तो क्या हम जी रहे हैं ?
(जिद्दू कृष्णमूर्ति के आलेखों से अनुरचित)
जिए जाते हैं हम,
जवाब देंहटाएंसोच कर कल कुछ नया होगा,
आज से बेहतर कुछ अलग सा होगा,
करते हुए उस कल का इन्तेजार , अनजान , अनदेखा , पराया ..
जो अपना था ' आज ' वो पल तो निकल गया ..