कल तो जैसे रात ही नहीं हुई,
आपकी हमारी जो बात नहीं हुई!
बात करके बोले कि बात नहीं हुई,
क्या बोलें, ये तो कोई बात नहीं हुई!
ख़ामोश थे दोनों क्या बात करें,
पर कैसे कह दें की बात नहीं हुई!
सुनना था उनको सो ख़ामोश थे,
शिकायत, 'ये तो कोई बात न हुई'!
नज़रें बोलती हैं, अंदाज़ बोलते हैं,
कौन कहता है कि बात नहीं हुई!
कहने सुनने को कुछ नहीं रहा,
कौन बताए ऐसी क्या बात हुई?
आपकी हमारी जो मुलाक़ात नहीं हुई,
क्या कोई बात है? कोई बात नहीं हुई!
भीड़ बन गया है हर कोई हर जग़ह
राय अलग है सो कोई बात नहीं हुई!
"मन की बात" अब सियासत है,
बड़े बेमन से मन की बात हुई!
आपकी हमारी जो बात नहीं हुई!
बात करके बोले कि बात नहीं हुई,
क्या बोलें, ये तो कोई बात नहीं हुई!
ख़ामोश थे दोनों क्या बात करें,
पर कैसे कह दें की बात नहीं हुई!
सुनना था उनको सो ख़ामोश थे,
शिकायत, 'ये तो कोई बात न हुई'!
नज़रें बोलती हैं, अंदाज़ बोलते हैं,
कौन कहता है कि बात नहीं हुई!
कहने सुनने को कुछ नहीं रहा,
कौन बताए ऐसी क्या बात हुई?
आपकी हमारी जो मुलाक़ात नहीं हुई,
क्या कोई बात है? कोई बात नहीं हुई!
भीड़ बन गया है हर कोई हर जग़ह
राय अलग है सो कोई बात नहीं हुई!
"मन की बात" अब सियासत है,
बड़े बेमन से मन की बात हुई!
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