अब गुनाह ज़रा और आसान है,
सुना कि कोर्ट का जजेज़ अब भगवान है,
और भगवान के राज में देर होती है,
नारदी हेरफेर होती है,
भगवान क़ानून नहीं पालता,
भक्त का भला करता है,
और बाकी सब को चलता,
भगवान के राज पुजारी चलाते है,
जिसमें, दुबे, पांडे, मिश्रा आते हैं,
लंबा सफ़र तय किया है इस देश ने,
न्याय के मंदिर में अब
मंदिर वाला न्याय होगा,
जो सोना चढ़ाएगा,
उसका नम्बर पहले आएगा!
लोकतंत्र को भावपूर्ण श्रधांजलि के साथ,
सत्य मेवा फलते!
नेता थे बेकार,
नौकरशाही उनका शिकार,
फिर बिके पत्रकार,
अब न्यायपालिका पर वार!
सुना कि कोर्ट का जजेज़ अब भगवान है,
और भगवान के राज में देर होती है,
नारदी हेरफेर होती है,
भगवान क़ानून नहीं पालता,
भक्त का भला करता है,
और बाकी सब को चलता,
भगवान के राज पुजारी चलाते है,
जिसमें, दुबे, पांडे, मिश्रा आते हैं,
लंबा सफ़र तय किया है इस देश ने,
न्याय के मंदिर में अब
मंदिर वाला न्याय होगा,
जो सोना चढ़ाएगा,
उसका नम्बर पहले आएगा!
लोकतंत्र को भावपूर्ण श्रधांजलि के साथ,
सत्य मेवा फलते!
नेता थे बेकार,
नौकरशाही उनका शिकार,
फिर बिके पत्रकार,
अब न्यायपालिका पर वार!
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें