कैसे हम भुला दिये कश्मीर की पुकार!?
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
दिल्ली वाले सोचते हैं ये आखिरी प्रहार
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
क्या इरादा मुल्क जो करता है ज़ुल्म बार बार!
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
दिन नहीं गिनते पर उस दिन का इंतजार,
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
परेशां है अम्मी, मुस्कराते बच्चों को देती पुकार,
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
वर्दी की मनमरजी है, जमहूरियत तार-तार
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
बोलने पर बंदिशें और सुनने को नहीं तैयार
वन्द (च)साल: शीन गाल: बी ए बहार!!
देख हाल हमारा हंसते है, आप हैं बीमार
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