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बाप रे बाप!

अपने ही अपनों के बाप हो रहे हैं, आजकल सब घूंसा लात हो रहे हैं! सुनना किसे है, बोलना सबको हैं, जो नहीं चाहिए वो जमात हो रहे हैं। लंबी लड़ाई है ओ सब को जल्दी है, नतीज़ों के सब हालात हो रहे हैं! सवाल मत पूछो इन हुक्मरानों से, ताकत को सब आदाब हो रहे हैं! सच इश्तेहार नहीं, इश्तेहार सच है, काले पैसे किस के आबाद हो रहे हैं? रज़ामंद हो या पाकिस्तान चले जाओ देश भक्ति के नए जज़्बात हो रहे हैं!   प्रधान मन की बात, मनमानी है, जुमले सारे ख़यालात हो रहे हैं! अपनी बात तय, है उसी की जय-जय एकतरफ़ा सब ताल्लुकात  हो रहे हैं! मंदिर वहीं बनाते, गाय कहाँ ले जाते? कातिल आपके सवालात हो रहे हैं!!

रॉफेल!

सपनों के पंख होते हैं, अक्सर, और कुछ सपनों को लड़ाकू विमान लगते हैं, एयर फोर्स का जज़्बा जाए लेने तेल! रॉफेल! ज़िंदगी आपको कई बार धूल चटाएगी, हिम्मत आपको वापस पैरों खड़ा कराएगी, हिम्मत नहीं तो रिश्वत काम आएगी, हमारा लालच है बेमेल! रॉफेल! सबके साथ, सबका विकास, पर पहले ज़रा मेरे मन की बात, करोड़ों के मेरे ज़ज़्बात! निकालें जनता का तेल, रॉफेल देशभक्ति, राष्ट्रगान, मधुर वाणी, पर सिक्कों की खनखनाहट का कहाँ सानी, अडानी, अडानी, अम्बानी अम्बानी, सुर और ताल का क्या मेल, रॉफेल! चाय की केतली, साथी जेटली, शाह की शय, हमें किसका भय, कितने झूठ चला दिए सच की जगह! ऐसा हमारा खेल रॉफेल