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दिसंबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आभा और एक शोध ☺

एक सवाल है, जिंदा, संजीदा, नाज़ुक, नमकीन वजन भी है सृजन भी है, यूँ ही नहीं खड़ा, जिद्द पर नहीं अड़ा, पर ख़त्म नहीं होता, आप नहीं तो कोई और सही, कोई और नहीं तो कोई और सही, सवाल आप का भी शायद, और हमारा भी, अंजान मंज़िलों के मुसाफ़िर का, सहारा भी, सवाल हों, तो रास्ते खत्म नहीं होते, न उम्मीद थकती है, न हौसला पस्त होता है,  सवाल की लाठी एवरेस्ट तक ले जाती है, और सवाल समन्दर के तल से लेकर, चाँद के कल तक ले जाते हैं, सवाल सिर्फ सवाल होते हैं, मुश्किल या आसान, ताकतवर या कमज़ोर, साथ में या ख़िलाफ़त करने, प्यार या दुत्कार, ये आप के ऊपर है, सवाल धुरी हैं, न हो तो हर बात अधूरी है, और कमाल देखिये सवाल क्या चाहते हैं? उनकी क्या मांग है? दिल सवालों का क्या चाहे?... एक खोज, कब क्या क्यों? एक रास्ता, कहाँ, एक शख्श - कौन हर पल एक सवाल हर लम्हा एक शोध, शोध! अभी और क्या? सवाल को और क्या बेहतर साथ हो, एक उम्मीद हो, एक प्यास हो, एक साज़ हो, एक सोज़ हो, मुबारक आपको अभिशोध हो! (Abha for your spirit, for your quest, for y...

जय जय जय .....जय है!

सारी तहज़ीब बेशरम, क्या वंदे क्या मातरम ! चौड़ी छाती के भरम, सावधान सब कदम, क्या है आपका धर्म, जबरन वंदे मातरम! 56 इंच वंदे मातरम, शून्य शर्म, अनगिनत भरम, मूरख सब हम! चरणों में वंदन वंदे मातरम घुटने ऊपर नज़र गयी तो, फिसल गयी बेशर्म! जन गण मन, मन चंचल, मज़हबी दंगल, जय हो! तिरंगे के नाम पर भगवे का धंधा, राम का बंदा, देशभक्त गन्दा! सावधान! भारत माता की जय! विश्राम! कहीं भी पेशाब की जाय! तब शुभ नामे जागे तब शुभ आशीष मांगे सुर्ख लाल सडकों पर, मुँह छिपा कर भागे? जन गण मंगल दायक जय हो गाय के नाम से सबको भय हो!! भारत भाग्य विधाता, नहीं मानते तो, बैग पैक करो घर पाकिस्तान का टिकिट आ जाता!