जमूरियत के सब जमूरे बन गये हैं,
मुफ़्त मिल रहा है वो सच खरीदे हैं!
चौबीसों सात आप पर पैनी नज़र है
तमाशाई कौन है ये फ़रक कैसे कीजे?
खबर ये है कि आपको खबर ही नहीं,
और आपको खबर है कि खबर ही नहीं!
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आपके सच ऐसे हैं कि आपको सच का असर नहीं,
वो नज़र आयेगा कैसे जो आपको नज़र ही नहीं!

जो खबर है उसका आपको असर ही नहीं!
क्या खबर है और किसको खबरदार करें,
बिक गये रद्दी में अब जिसको अखबार करें!
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