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देशद्रोही कहीं के!

हेलो  . . .  माईक टेस्टिग . . . हेलो
चेक चेक चेक
हेलो हेलो
चेकिंग देशद्रोही चेक चेक  

देश गहरे संकट में है, 
चारों तरफ़ से खतरे के बादल मंडरा रहे हैं,
खबर आयी है कि देश में देशद्रोही बड़ गये हैं, 

कोई भी शक के दायरे से बाहर नहीं है, 
आप मासूम नहीं सिर्फ़ इसलिये 
कि आपकी कोई राय नहीं‌ है!
अगर आपको देश से प्यार है, 
तो मान कर चलिये हर कोई गद्दार है, 
सरकार ने एक पत्रा फ़ॉर्मूला निकाला है, 
बोलो, "भारत माँ की . . ."
अगर नहीं बोल पाए तो आप देशद्रोही! 

और अब तो देशभक्त होना भी आसान है, 
एक झंड़ा और एक डंड़ा, 
हाथ में रखिये, 
झंड़ा उँचा रहे तुम्हारा,
फ़िर जी चाहे उसको मारा,
वंदे-मातरम का जोर नारा, 
और माँ-बहन की गाली का सहारा, 
देशभक्ति के लिये इतना तो वाज़िब है, 
वैसे भी वेदों में कहा है, 
जैसे को तैसा, खून का बदला खून से,
भरम करो, करम की चिंता मत करो,
और साथ ही, कुरान में, 
क्षमा कीजिये, पुराण में लिखा है, 
हिंसा परमो धर्मा, 
उठा त्रिशूल मत शरमा!  
मार हथौड़ा, मामला गरमा, 
देश के नाम पर सब मरते हैं,  

देशभक्ति का धंधा यूँ ही करते है, 

या तो हमारे साथ हो, 
या रोहित की जात हो, 
ओमेर का मज़हब,
या सीताओं कि गति,
उठाओ विरोध की आवाज़
अगर मारी गयी हो मति, 
हम ने देशभक्ति के बाज़ार पर कब्ज़ा किया है, 
और कुछ भी बेचोगे तो देशद्रोही बनोगे, 
उधेड़ देंगे हम जो भी तुम सपने बुनोगे!
जय सिराम, जे भारत!
हेलो . . .   माईक टेस्टिग . . . हेलो
चेक चेक चेक
हेलो हेलो
चेकिंग देशद्रोही चेक चेक 

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