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रिश्ते!


रिश्ते सारे नाप बन गए, 
कैसे ये हम आप बन गए?


कहने को सब साथ बन गए,
गए तो खाली हाथ बन गए?


लेनदेन से जाँच रहे सब,
कैसे ताल्लुकात बन गए?

अपनी ज़िद्द के पक्के सब,
कितने इल्ज़ामात बन गए?

हाथ खड़े कर दिए हमने,
यूँ नामुमकिन बात बन गए!


ख़ामोशी आवाज़ बन गई,
और सब चुपचाप सुन गए!

कैसे ये हालात बन गए?
आप मेरे जज़्बात बन गए?


न मानी बात बेमानी हुई,
मानी क्यों इसबात बन गए?
(मानी - accepted ; मानी - meaning; इसबात - certain, proof)

नज़दीकी में जात बन गए,
खून की घटिया बात बन गए

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