छोड़ दिया अपने हाल पर मरने,
घर बैठ सुनते हैं सब काम चला है!
घर बैठ सुनते हैं सब काम चला है!
बदतरी का सलूक, दर दर भटकते से
बस एक माफ़ी से उनका काम चला है!
बस एक माफ़ी से उनका काम चला है!
हुकम चला, लाठी ओ फरमान चला है
इज़्ज़त से कहां कोई काम चला है?
इज़्ज़त से कहां कोई काम चला है?
कर दिया एलान घर बैठने का अचानक
बेघर तभी से तले आसमान चला है!
बेघर तभी से तले आसमान चला है!
घर बैठे ताली मारते बड़े बेशर्म हैं आप,
क़यामत इस मुल्क का अंजाम चला है!!
क़यामत इस मुल्क का अंजाम चला है!!
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