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सुबह!



उस मोड़ पर सुबह थी, 
उस छोर पर सुबह थी,

किसी रात की सुबह थी,

कुछ बात है सुबह थी,

घनघोर बादल के साथ,

या उन्हें छोड़ कर सुबह थी?

बावजह थी या बेवजह,

सबके साथ ये सुबह थी..


आप कहां हैं,

कहां आपकी सुबह थी?

जाग रही थी साथ, 

या दूर भागती सुबह थी?




उस मोड़ पर हम थे,

हाथ आयी सुबह थी,

मिला रही थी कांधे,

एक रास्ता सुबह थी,

दिला रही थी यकीन,

सहर से शाम सुबह थी,

रखी थी पीठ पर हाथ,

बड़ी इफरात सुबह थी!


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